आज हम शेयर ट्रेडिंग के 5 प्रकार और उनके अर्थ जानेंगे । आसान शब्दों और उदाहरणों से समझने का प्रयास करेंगे ।
सबसे पहले मैं आपको ट्रेडिंग का अर्थ बता देता हूँ । ट्रेडिंग का अर्थ होता है कि आपने कोई वस्तु खरीदी और फिर उस वस्तु को बेच दिया । आसान शब्दों में यही ट्रेडिंग का अर्थ होता है ।
1. इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading): इंट्राडे ट्रेडिंग का अर्थ होता है जिस दिन आपने शेयर्स खरीदे, उसी दिन ही शेयर्स बेच भी दिए । अंग्रेजी में कहूं तो same day trading .
इंट्राडे का मतलब होता है same day । जो लोग इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं वे लोग दोपहर 3.30 बजे से पहले शेयर्स बेच कर निकल जाते हैं । इंट्राडे ट्रेडिंग का ही पार्ट है स्केल्पिंग ट्रेडिंग । आगे हम इसी पर बात करेंगे । इससे आपको और अच्छे से समझ में आ जायेगा इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है ?
2. स्केलपिंग ट्रेडिंग (Scalping Trading): स्केल्पिंग ट्रेडिंग को मैं अपने साथ घटी एक घटना से समझाना चाहूंगा । वर्षों पहले की बात है जब मूवी टिकट्स ऑनलाइन बुक नहीं होते थे । मैं अपने कुछ मित्रों के साथ मूवी टिकट्स खरीदने गया हुआ था और हमें उसी दिन की ही टिकट्स लेनी थी क्यूंकि हम लोग कॉलेज बंक करके मूवी देखने के लिए निकले थे । तो हुआ यह कि जैसे ही मेरा नंबर आया टिकट खिड़की पर, तब तक जो मूवी हमें देखनी थी उसकी सारी टिकट्स बिक चुकी थीं । हम सब उदास मुँह बनाये थिएटर से निकल ही रहे थे कि एक व्यक्ति जिसने शायद हम सब मित्रों को आपस में बात करते हुए सुन लिया होगा, वह हमारे पास आया और कहने लगा कि आपको जिस मूवी kii टिकट चाहिए वह मेरे पास है और आज की ही है और आप सबके लिए है क्यूंकि मैंने अपनी पूरे परिवार के लिए टिकट्स ली थीं । क्या आप लोग लेना चाहेंगे ? हमने ज़्यादा कुछ ना पूछते हुए उससे बस टिकट्स का bhaav पूछा तो उसने कहा कि मैं हर टिकट पर आपसे 10 रूपए एक्स्ट्रा चार्ज करूँगा ।
अब इस व्यक्ति ने जो किया यही स्केल्पिंग ट्रेडिंग है । आपने बाज़ार से शेयर्स ख़रीदे और कुछ ही घंटों में या मिनटों में आपने आपने खरीदे हुए शेयर्स को लाभ कमाते हुए बेच दिया । और यदि आप बाज़ार बंद होने से पहले पहले आपने शेयर्स बेच देते हैं तो आप डे ट्रेडर (Day Trader) कहलायेंगे ।
3. स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) : जब आप अपने शेयर्स को same day नहीं बेचते हैं । 1 सप्ताह से लेकर 1 महीने तक आपने पास रखकर फिर बेचते हैं तब आप स्विंग ट्रेडर कहलाये जायेंगे । स्विंग ट्रेडिंग वही करता है जिसको आपने अनुभव से यह पता होता है कि महीने भर में इस शेयर के भाव अच्छे हो जाएंगे ।
आगे बढ़ने से पहले एक बात की ओर मैं आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूँ । हम यहाँ जितने भी ट्रेडिंग के प्रकार की बात करेंगे सब में अनुभव चाहिए । बिना अनुभव के आप कुछ दिन तो हो सकता है लाभ कमा लें परन्तु लम्बे समय तक शेयर मार्केट में टिकने के लिए और पैसा कमाने के लिए अनुभव ही काम आएगा । और अनुभव समय के साथ धीरे-धीरे ही आएगा ।
4. पोजिशनल ट्रेडिंग (Positional Trading) : जब आप आपने शेयर्स को 1 साल के लिए होल्ड पर रखते हैं और 1 साल होने से पहले-पहले ही बेच लेते हैं तब आप पोजिशनल ट्रेडर कहलाये जायेंगे ।
5. डिलिवरी आधारित ट्रेडिंग (Delivery Trading): जब आप आपने शेयर्स को लेकर भूल जाते हैं । मतलब आप अब साल भर के बाद ही देखेंगे क्या भाव चल रहा है आपके लिए हुए शेयर्स का । और जब अच्छा भाव मिलेगा तब बेचेंगे ।
यह बहुत छोटा सा लेख था उन सब के लिए जो शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के प्रकार और उनके अर्थ को समझना चाहते थे ।
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शेयर मार्केट में शुरुआत कैसे करें ?
इतने ध्यान से यहाँ तक पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद ।